भारत के ढोंगी बाबाओं का सच: भारत को संतों और आध्यात्मिकता की भूमि माना जाता है, जहां धर्म और भक्ति की परंपराएं गहराई से बसी हुई हैं। खासकर उत्तर प्रदेश में, जहां ऋषि-मुनियों और तपस्वियों की समृद्ध परंपरा है, आस्था सदियों से लोगों के जीवन का अभिन्न हिस्सा रही है। लेकिन हाल के दशकों में, इस भूमि पर कुछ स्वघोषित बाबाओं ने धर्म को व्यवसाय में बदल दिया है। इन्होंने चमत्कारों का झूठा दिखावा किया, लोगों की भावनाओं से खेला, और भक्तों को ठगा। इसके अलावा, महिलाओं के साथ दुराचार, संपत्ति हड़पने और हत्या जैसे जघन्य अपराध भी किए हैं।
छांगुर बाबा जैसे विवादास्पद बाबाओं के उदय के साथ, यह जानना आवश्यक है कि ये नकली बाबाएं वास्तव में कौन हैं और इन्होंने समाज को किस तरह शर्मसार किया है।
जलाल-उद-दीन उर्फ छांगुर बाबा का मामला जलाल-उद-दीन उर्फ छांगुर बाबा का मामला
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में छांगुर बाबा उर्फ जलाल-उद-दीन का मामला इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। 5 जुलाई 2025 को यूपी एटीएस, ईडी और स्थानीय पुलिस ने मिलकर उन्हें गिरफ्तार किया। उन पर अवैध धर्मांतरण, मनी लॉन्ड्रिंग और अंतरराष्ट्रीय हवाला नेटवर्क के संचालन जैसे गंभीर आरोप हैं। जांच में पता चला कि उनके नेटवर्क से जुड़े 24 से अधिक घरेलू और 6 विदेशी बैंक खातों में लगभग ₹100 करोड़ की संदिग्ध विदेशी फंडिंग हुई है।
ये फंडिंग नेपाल, तुर्की, पाकिस्तान, दुबई और सऊदी अरब जैसे देशों से हवाला के जरिए आई थी। इन पैसों का उपयोग कथित तौर पर धर्मांतरण और नेटवर्क के विस्तार के लिए किया गया। बलरामपुर के मधपुर गांव में उनकी 70 कमरों वाली आलीशान कोठी, जो सरकारी जमीन पर बनी थी, उसे प्रशासन ने बुलडोजर से आंशिक रूप से ध्वस्त कर दिया। इस नेटवर्क के जरिए हजारों लोगों का धर्मांतरण कराने का आरोप है, जिसमें महिलाएं, युवतियां और गरीब तबके के लोग विशेष रूप से शामिल हैं। छांगुर बाबा अब अंधविश्वास, अवैध निर्माण, भ्रष्टाचार और सामाजिक विद्वेष फैलाने के आरोपों के चलते पूरे प्रदेश में 'धोंगी बाबा' के रूप में कुख्यात हो चुके हैं।
अन्य विवादास्पद बाबाओं की कहानियाँ राम रहीम
गुरमीत राम रहीम सिंह, जिसे डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख के रूप में जाना जाता है, राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले का निवासी है। उसका मुख्यालय हरियाणा के सिरसा में है। डेरा सच्चा सौदा का प्रभाव हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में है, लेकिन उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भी इसके अनुयायी हैं। राम रहीम ने सिरसा में एक विशाल आश्रम स्थापित किया था, लेकिन साध्वियों के यौन शोषण और हत्या के आरोपों के चलते उसकी लोकप्रियता विवादों में बदल गई। 2017 में उसे बलात्कार के मामले में दोषी ठहराया गया और 20 साल की सजा मिली। वर्तमान में वह हरियाणा की सुनारिया जेल में सजा काट रहा है।
हालांकि, उत्तर प्रदेश के कई जिलों में उसके अनुयायी अब भी सक्रिय हैं।
आसाराम बापू और फलाहारी बाबा आसाराम बापू
आसाराम, जो कभी प्रवचनों के जरिए लाखों लोगों को प्रभावित करते थे, ने उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों में अपने आश्रम स्थापित किए थे। लेकिन 2013 में एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म के मामले में उनका नाम सामने आया, जिससे उनका आध्यात्मिक चेहरा पूरी तरह बेनकाब हो गया। अदालत ने उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई और वह जोधपुर सेंट्रल जेल में सजा काट रहे हैं।
इस घटना ने उसके अनुयायियों को झकझोर कर रख दिया और ढोंगी बाबाओं के खिलाफ चेतना जागृत की।
फलाहारी बाबा, जिनका असली नाम शिवपूजन गौतम मिश्र है, को 2017 में बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने उनके कमरे से कई आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद की थीं। अदालत ने उन्हें भी उम्रकैद की सजा सुनाई है।
वह अब अलवर सेंट्रल जेल में सजा काट रहा है।
अन्य ढोंगी बाबाओं की पहचान वीरेंद्र देव दीक्षित
वीरेंद्र देव दीक्षित ने दिल्ली और यूपी में 'आश्रम' बनाकर महिलाओं का शोषण किया। उस पर बलात्कार और यौन शोषण के 10 से अधिक मामले दर्ज हैं।
दीक्षित खुद को 'कृष्ण' बताता था, लेकिन उसकी कुकर्मों की पोल खुल गई।
हाथरस में 'भोले बाबा' के सत्संग में भगदड़ मचने से 121 लोगों की मौत हो गई। बाबा पर भीड़ प्रबंधन में लापरवाही और अनुयायियों को गुमराह करने के आरोप लगे हैं।
फर्रुखाबाद के रामभक्त दास ने दावा किया कि वह 4 दिन तक बिना अन्न, जल और ऑक्सीजन के जीवित रह सकता है, लेकिन मीडिया ने इसका परीक्षण किया और उसका झूठ बेनकाब हो गया। इलाहाबाद के ओम नमः शिवाय बाबा पर गंभीर बीमारियों के इलाज का दावा कर ठगी करने के कई मामले दर्ज हैं।
निर्मल बाबा, जो टीवी पर 'समाधान' देने के लिए मशहूर हुए, पर धोखाधड़ी और पैसे ऐंठने के आरोप लगे हैं। स्वामी नित्यानंद पर बलात्कार और अपहरण के गंभीर आरोप हैं, और वह भारत छोड़कर फरार हो चुका है।
स्वामी भीमानंद पर सेक्स रैकेट चलाने और महिलाओं का शोषण करने के आरोप हैं। स्वामी ओम, जो बिग बॉस जैसे शो से मशहूर हुआ, पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
ढोंगी बाबाओं से बचाव के उपाय ढोंगी बाबाओं से बचाव के उपाय
सतर्कता: किसी भी बाबा या संत के चमत्कारिक दावों पर आंख मूंदकर विश्वास न करें।
कानूनी जानकारी: किसी भी ठगी या अपराध की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
शिक्षा: बच्चों और परिवार को अंधविश्वास से बचाएं और वैज्ञानिक सोच विकसित करें।
सोशल मीडिया: फर्जी बाबाओं के प्रचार-प्रसार से बचें और सच को साझा करें।
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